द गर्ल इन रूम 105–१०
हम चंदन के ड्राइंग रूम में चले आए। चंदन क्लासेस के कैमिस्ट्री टीचर कमल सर हमारी ओर बढ़े। "हैप्पी न्यू ईयर जी अनदर ईयर अनदर जेईई अनदर राउंड ऑफ स्टूडेंट्स जी.' उन्होंने कहा और इस
चुटकुले पर खुद ही हंस पड़े।
मैंने हल्के से अपना गिलास उनके गिलास से टकराया।
'तुम दोनों कहां बेट अगेरा जी पूछ रहे थे, ' उन्होंने कहा। 'सॉरी, हम थोड़ी खुली हवा खाने चले गए थे, सौरभ ने कहा। 'और अब थोड़ी व्हिस्की पीना चाहते मैंने आंख मारकर कहा। कमल जी. क्या आप मुझे एक ड्रिंक
लाकर देंगे?"
श्योर' उन्होंने कहा 'अभी आया।"
सौरभ ने मुझे घूरकर देखा।
'अब बस करो,' उसने कहा । 'लास्ट ड्रिंक क्या मुझे मेरा फोन वापस मिलेगा?
'नेवर केशव, तुमने ठीक नहीं किया। पता है तुम कैसे चिल्ला रहे थे
गोलू जी जब आप मुझे डांटने हो तो बड़े क्यूट लगते हो। आपका गोल चेहरा टमाटर जी जैसा साल हो
जाता है, 'मैंने कहा 'स्टॉप इट' उसने कहा।
मैं उसकी ओर बड़ा 'हैप्पी न्यू ईयर जी अन्दर ईयर, अनदर जेईई, मैने कहा और उसे गुदगुदी करने लगा। 'मैंने कहा स्टॉप इटा
मैंने अपना फोन निकालने के लिए उसकी जेब में हाथ डाल दिया। 'नेवर ' उसने मुझे धकेलते हुए कहा
'तुम तो पहले से भी फैट हो गए हो, गोल, मैंने उसका पेट थपथपाते हुए कहा। 'मिठाई के शौकीन, है ना?
'जो आपको कभी नहीं मिल सकता, उसे प्यार करने से तो बेहतर ही है, सौरभ ने मेरे हाथ को धकेलते हुए
कहा।